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21 Jun 2024 · 1 min read

#कालजयी_पात्र

#कालजयी_पात्र
(मेरा संक्षिप्त सा परिचय)
■ मुझ में कौन नहीं…?
【प्रणय प्रभात】
“न्याय भावना अलगू वाली
दृढ़ता मानो पत्थर सी।
दया काबुली वाले जैसी
मासूमो में जान बसी।।
धनिया वाले होरी सा
अंतर्मन सच्चा रखता हूँ।
ईदगाह वाले हामिद सा
दिल मे बच्चा रखता हूँ।
वंशीधर हूँ मुझे
अलोपीदीन सुहाएंगे कैसे?
मैं सिरचन सा बतला मुझको
ताने भाएँगे कैसे??”

■सम्पादक■
न्यूज़&व्यूज़, श्योपुर

1 Like · 15 Views
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