Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2021 · 1 min read

…कायरता / अंदाज…

…कायरता / अंदाज…

मोहब्बत करना ,
तो सीखा
ना सीखा ,
करना इजहार…!

कोई इसे ,
कायरता कहे
तो कोई ,
कहे अंदाज…!

चिन्ता नेताम “मन”
डोंगरगांव (छ. ग.)

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुख दुःख
सुख दुःख
विजय कुमार अग्रवाल
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
भय के कारण सच बोलने से परहेज न करें,क्योंकि अन्त में जीत सच
Babli Jha
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मेल
मेल
Lalit Singh thakur
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
कोशिश कर रहा हूँ मैं,
Dr. Man Mohan Krishna
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे,
तेरी हर ख़ुशी पहले, मेरे गम उसके बाद रहे,
डी. के. निवातिया
वो सांझ
वो सांझ
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
अबके रंग लगाना है
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
2634.पूर्णिका
2634.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जै जै अम्बे
जै जै अम्बे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
shabina. Naaz
स्वयं के हित की भलाई
स्वयं के हित की भलाई
Paras Nath Jha
भगवान
भगवान
Adha Deshwal
वक़्त की आँधियाँ
वक़्त की आँधियाँ
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
Mukta Rashmi
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
आंखों में ख़्वाब है न कोई दास्ताँ है अब
Sarfaraz Ahmed Aasee
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
-- फ़ितरत --
-- फ़ितरत --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
शायरों के साथ ढल जाती ग़ज़ल।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम पतझड़ सावन पिया,
तुम पतझड़ सावन पिया,
लक्ष्मी सिंह
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
ପିଲାଦିନ ସଞ୍ଜ ସକାଳ
Bidyadhar Mantry
''नवाबी
''नवाबी" बुरी नहीं। बशर्ते अपने बलबूते "पुरुषार्थ" के साथ की
*प्रणय प्रभात*
हिंदी का आनंद लीजिए __
हिंदी का आनंद लीजिए __
Manu Vashistha
52 बुद्धों का दिल
52 बुद्धों का दिल
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सदा खुश रहो ये दुआ है मेरी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुस्कराना
मुस्कराना
Neeraj Agarwal
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
जो द्वार का सांझ दिया तुमको,तुम उस द्वार को छोड़
पूर्वार्थ
*वशिष्ठ (कुंडलिया)*
*वशिष्ठ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...