काटकर फोन पगली
इश्क़ में वो सभी दर्द सहने लगी।
हिचकियों में मुझे याद करने लगी।
फोन पर हाल उसका लिया आज तो
काटकर फोन पगली सिसकने लगी।
अभिनव मिश्र अदम्य
इश्क़ में वो सभी दर्द सहने लगी।
हिचकियों में मुझे याद करने लगी।
फोन पर हाल उसका लिया आज तो
काटकर फोन पगली सिसकने लगी।
अभिनव मिश्र अदम्य