Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Aug 2024 · 1 min read

काजल में उसकी काली रातें छुपी हैं,

काजल में उसकी काली रातें छुपी हैं,
और बिंदी में उसके सपनों की रौशनी।
संघर्ष और श्रृंगार का मेल है ऐसा,
जो उसकी पहचान को नया रंग दे रही है जैसा।
–Kanchan

64 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kanchan Alok Malu
View all
You may also like:
हां,अब समझ आया
हां,अब समझ आया
Seema gupta,Alwar
सवाल
सवाल
Manisha Manjari
चाहे जिसको नोचते,
चाहे जिसको नोचते,
sushil sarna
एक कविता उनके लिए
एक कविता उनके लिए
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
लोगों ने तुम्हे केवल नफरत दी है अरे नही रे लोगो ने तुम्हे थप
Rj Anand Prajapati
//••• हिंदी •••//
//••• हिंदी •••//
Chunnu Lal Gupta
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
रुपेश कुमार
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
51…..Muzare.a musamman aKHrab:: maf'uul faa'ilaatun maf'uul
sushil yadav
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
मर्यादापुरुषोतम श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हुनर का ग़र समंदर है..!
हुनर का ग़र समंदर है..!
पंकज परिंदा
कपितय देवतुल्य महामहीम  लोगो ने 'जाहिल'  मुझे नाम दे रखा है।
कपितय देवतुल्य महामहीम लोगो ने 'जाहिल' मुझे नाम दे रखा है।
Ashwini sharma
मौला   अली  का  कहना  है
मौला अली का कहना है
shabina. Naaz
अश'आर
अश'आर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
किसी अंधेरी कोठरी में बैठा वो एक ब्रम्हराक्षस जो जानता है सब
किसी अंधेरी कोठरी में बैठा वो एक ब्रम्हराक्षस जो जानता है सब
Utkarsh Dubey “Kokil”
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
चम-चम चमके चाँदनी
चम-चम चमके चाँदनी
Vedha Singh
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
पूर्वार्थ
कभी कभी जिंदगी
कभी कभी जिंदगी
Mamta Rani
प्रेम शाश्वत है
प्रेम शाश्वत है
Harminder Kaur
"आँसू"
Dr. Kishan tandon kranti
4719.*पूर्णिका*
4719.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
👏बुद्धं शरणम गच्छामी👏
*प्रणय*
देख तो ऋतुराज
देख तो ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...