काजल की डाबिया
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काजल की डिबिया लिए,कहे राधिका देख।
नैना सूने से लगें,बिन काजल की रेख।
बिन काजल की रेख,,नजर लग जाए दैया।
वचन सुनत मुस्कात,बहुत राधा की मैया।
सिर पर गगरी धार्य,गई भरने यमुना जल।
भींगी चुनरी देख , अश्रु में बहता काजल।