कागजी
उसकी मुझसे कुछ इसकदर नाराजगी हो गयी
के उसकी बातें सरकार की तरह कागजी हो गयी
वायदे तमाम , धरातल पर शून्य, मगर कागज में पूर्ण
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
उसकी मुझसे कुछ इसकदर नाराजगी हो गयी
के उसकी बातें सरकार की तरह कागजी हो गयी
वायदे तमाम , धरातल पर शून्य, मगर कागज में पूर्ण
-सिद्धार्थ गोरखपुरी