क़दम-क़दम पर मुसीबत, मगर ये तय कर लो,
क़दम-क़दम पर मुसीबत, मगर ये तय कर लो,
हर मुश्किल को पार कर, जीत अपनी कर लो।
हज़ार बार गिरोगे, ज़मीन से उठो फिर,
हर चोट से सीख लो, आगे बढ़ो फिर।
रास्ते में काँटे हैं, फूल भी मिलेंगे,
धैर्य रखो दिल में, सपने फिर खिलेंगे।
आँधियाँ हों चाहे, या तूफ़ान भारी,
मन में हो विश्वास, जीत होगी सारी।
हर गिरावट में छिपा है सबक का राज,
अंधेरे में ही चमकता है उम्मीद का आगाज़।
ठोकरें नहीं रोकेंगी, तुम बस चलो,
रुकावटें हों चाहे, तुम खुद को संभालो।
जीवन की राहें आसान नहीं होतीं,
हर कठिनाई में छिपी एक नई रौशनी होती।
तो चलो, उठो, आगे कदम बढ़ाओ,
कभी न रुकने का संकल्प दोहराओ।
मुसीबतें आती हैं, ताकि हिम्मत बढ़े,
हज़ार बार गिरना, फिर भी उठना तय है।
जीवन की ये राहें, हौसलों की कहानी हैं,
हर पड़ाव पर जीत, तुमको ही पानी है।