अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
बुंदेली दोहा-मटिया चूले
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पूर्ण शरद का चंद्रमा, देख रहे सब लोग
(कहानीकार) "मुंशी प्रेमचंद"
सृष्टि का रहस्य
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
जब से मेरे सपने हुए पराए, दर्द शब्दों में ढलने लगे,
मस्अला क्या है, ये लड़ाई क्यूँ.?
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
गीत- उसे सच में नहीं पहचान चाहत और नफ़रत की...
माता पिता के बाद जो कराता है आपके कर्त्तव्यपथ का ज्ञान उसे व
अब न जाने क्या हालत हो गई,
मुश्किल बहुत होता है मन को नियंत्रित करना