#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
■ तैयारी है जश्न की…
【प्रणय प्रभात】
दिल-दिमाग़, आंखें टीवी पे धर के बैठे हैं।
चाहत की झोली में आशा भर के बैठे हैं।
हमको इसरो की क्षमता पर प्रबल भरोसा है।
जश्न मनाने की तैयारी कर के बैठे हैं।।
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)