#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
(बीते साल, आज ही के दिन)
■ तैयारी थी जश्न की…
【प्रणय प्रभात】
दिल-दिमाग़, आंखें टीव्ही पे धर के बैठे थे।
चाहत की झोली में आशा भर के बैठे थे।।
हमको इसरो की क्षमता पर प्रबल भरोसा था।
जश्न मनाने की तैयारी कर के बैठे थे।।
एक साल पहले, आज ही के दिन हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी मेधा का परिचय सारी दुनिया को दिया था। ठीक एक साल पहले 23 अगस्त को हमारा चंद्रयान (मिशन-03) चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा था। गौरव की बात यह है कि ऐसा करने वाला हमारा भारत संसार का पहला देश बना। चंद्र-विजय की पहली वर्षगांठ पर देश के गौरवशाली संगठन “इसरो” व देशवासियों को हार्दिक बधाई।
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)