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12 Feb 2022 · 1 min read

क़त’अ

ये बताओ किस तरह का दौर लाना चाहते हो,
अम्न का दीपक जो फूँकों से बुझाना चाहते हो,
हर हक़ीक़त से यहाँ की “अश्क” है वाकिफ़ बहुत ही-
क्यों किसी पत्थर को तुम पर्वत बनाना चाहते हो।।

©अश्क चिरैयाकोटी
12/02/2022

Language: Hindi
408 Views
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