कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
सपनों की दुनिया मगर, भाती रही हमें।
जो दूरियां बढ़ती रही, कम भी न हो सकी।
बातें बिना वजह कहीं, लगी न सही हमें।
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/१०/२०२३
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
सपनों की दुनिया मगर, भाती रही हमें।
जो दूरियां बढ़ती रही, कम भी न हो सकी।
बातें बिना वजह कहीं, लगी न सही हमें।
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/१०/२०२३