कहो जी होली है 【गीत】
कहो जी होली है 【गीत】
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रह जाए न सूखा गाल
गाल पर मल दो रंग-गुलाल /कहो जी होली है …(1)
जो भागे, उसको झट पकड़ो
थोड़ा झगड़ो, थोड़ा अकड़ो
सुंदर हो उसका हाल/ कहो जी होली है (2)
गुंजिया खाओ और खिलाओ
दहीबड़े में सौंठ मिलाओ
रह जाए न रक्खा माल /कहो जी होली है (3)
चिड़िया गाए, कौवा बोले
बेसुध हो-होकर दिल डोले
मस्ती की दीखे चाल /कहो जी होली है (4)
मौसम में आवारापन है
मादक जैसे हुआ गगन है
आने वाला नव-साल / कहो जी होली है (5)
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा , रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 999 761 5451