Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 2 min read

कहानी -अभागन

लड़की हुई है ! नर्स ने आकर सरला देवी को बधाई दी, लक्ष्मी आई है ,मिठाई बंटवाइए आप ।
हुंह । मुंह सिकोड़ लिया सरला जी ने। हालांकि पहली ही पोती आई थी । उनके सुपुत्र सुधीर के । पर हाय रे मानसिकता तो आज भी पुत्र के जन्म की ही बनी हुई है लोगों की।
सुधीर ख़ुश था पर मॉं को देखकर सहम गया।
“शुरुआत ही लड़की से की है अभागन गीता ने। मायके में बहने बसी है भाई है नहीं और यहां भी लड़की! भाग फूट गये सुधीर तेरे तो!” सरला जी बड़बड़ाने लगी।

पर मॉं…. सुधीर ने कुछ कहना चाहा।
सरला जी ने बात काट दी और कहा जा तू तो आफिस जा यहां हम है और हां इसकी एक बहन को फोन कर दे अस्पताल में रूकने के लिए मैं नहीं रहने वाली घर पर सौ-सौ काम पड़े हैं।
सुधीर बड़ा दुखी हुआ कुछ सोच कर उसने मॉं का हाथ अपने हाथ में थाम लिया और बड़े प्यार से बोला -मॉं ! सुनो आपकी बहू अभागन कहाॅं है? आप जैसी ममतामई सास और संस्कारी बेटा जब उसके साथ है तो,बेटी के जन्म से तो हमारे घर में सुख समृद्धि के द्वार खुले हैं आप खुद एक औरत है…. जानती है ना पीहर और ससुराल दोनों का दायित्व एक औरत कितनी खुशी से निभाती है अभाव में रहकर भी सभी की खुशियां पूरी करने में जूटी रहती है। मॉं हमारी बिटिया अभागन नहीं भाग्यशाली है,हैं ना मॉं! कहते हुए सुधीर रोने लगा।
सरला जी भी रो उठी और फिर दोनों मॉं बेटे बहू औ पोती से मिलने अस्पताल के रूम में पहुंच गए।
पोती को हाथों में संभाले वो उसे प्यार करने लगी। बहू की ऑंखे छलछला उठी।

योगमाया शर्मा
कोटा राजस्थान

63 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आधुनिक युग और नशा
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रहब यदि  संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर ,सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
दुनिया तभी खूबसूरत लग सकती है
ruby kumari
A daughter's reply
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
Suryakant Dwivedi
*शत-शत जटायु का वंदन है, जो रावण से जा टकराया (राधेश्यामी छं
*शत-शत जटायु का वंदन है, जो रावण से जा टकराया (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
सुनो जब कोई भूल जाए सारी अच्छाइयों. तो फिर उसके साथ क्या किय
सुनो जब कोई भूल जाए सारी अच्छाइयों. तो फिर उसके साथ क्या किय
shabina. Naaz
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
बार - बार गिरती रही,
बार - बार गिरती रही,
sushil sarna
*अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 )
*अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 )
Kshma Urmila
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4343.*पूर्णिका*
4343.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
इश्क के चादर में इतना न लपेटिये कि तन्हाई में डूब जाएँ,
Chaahat
"सुपारी"
Dr. Kishan tandon kranti
ऊंचा रावण, नीचे राम।
ऊंचा रावण, नीचे राम।
*प्रणय*
मानुष अपने कर्म से महान होता है न की कुल से
मानुष अपने कर्म से महान होता है न की कुल से
Pranav raj
सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे
सफर पर चला था इस भ्रम में कि सभी साथ होंगे वक्त बेवक्त मेरे
VINOD CHAUHAN
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
Window Seat
Window Seat
R. H. SRIDEVI
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
Jatashankar Prajapati
'रिश्ते'
'रिश्ते'
जगदीश शर्मा सहज
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
कुछ लोगो ने मुझको पढ्ना बन्द कर दिया।
Ashwini sharma
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
तस्मात् योगी भवार्जुन
तस्मात् योगी भवार्जुन
सुनीलानंद महंत
अंजाम...
अंजाम...
TAMANNA BILASPURI
रिश्तों में वक्त नहीं है
रिश्तों में वक्त नहीं है
पूर्वार्थ
श्रेष्ठ वही है...
श्रेष्ठ वही है...
Shubham Pandey (S P)
मतदान
मतदान
Kanchan Khanna
Loading...