कहां गए बचपन के वो दिन
कहां गए बचपन के वो दिन
नटखट नादान शरारती हुआ करते थे ,
सबको परेशान किया करते थे।
पापा की डाट फटकार सुनकर ,
फिर से गलतियां करते थे । कहां गए………….।
खेल खेल में दोस्तो से लड़ाई हुआ करते थे ,
और अगले दिन फिर से मिलकर खेला करते थे ।
पढ़ाई कम और शिक्षकों की डाट से,
दिन की सुरुआत किया करते थे। कहां गए……….।
सुबह से शाम तक व्यस्त रहा करते थे ,
न पढ़ाई न काम केवल खेल खेला करते थे ।
न किसी से भेदभाव न किसी से दुश्मनी रखा करते थे ।
सभी से मिलकर खुश रहा करते थे । कहां गए ……।