कहाँ पूरी होती हैं दिल की ख्वाहिशें
कहाँ पूरी होती हैं दिल की ख्वाहिशें,
सोचा आज मैंने सभी ख्वाहिशों को दावत पर बुला लूं,
और धौखे से सभी को जहर दे दूं ।
– कृष्ण सिंह
कहाँ पूरी होती हैं दिल की ख्वाहिशें,
सोचा आज मैंने सभी ख्वाहिशों को दावत पर बुला लूं,
और धौखे से सभी को जहर दे दूं ।
– कृष्ण सिंह