कहता नहीं मैं अच्छा हूँ
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ , यकीन सिर्फ तू मेरा कर ।
लेकिन तेरी यह राह, जायेगी तुमको कहाँ लेकर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ———————।।
यह तो बतायेगा वक्त ही,कैसी है मेरी यह सलाह।
मिल नहीं पायेगी तुमको कहीं,ऐसी पनाह मगर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ——————–।।
हो जायेंगे सब तुमसे दूर, देखकर तेरी हसरत को।
मुझको समझ तू कुछ भी,रोयेगी वफ़ा मेरी यादकर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ———————।।
मैंने कभी यह नहीं कहा , तोड़ तू अपनों से रिश्तें।
सबसे बड़े माँ बाप है, नहीं खाक इनके ख्वाब कर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ ————————–।।
नहीं बेच अपनी इज्जत को,महल बनाने को अपना।
नहीं मिलेगा तुमको सुकून, कभी से दौलत से मगर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ———————।।
जिंदगी मिलती है एक बार, मत कर इसको बदनाम तू ।
मरना है तुमको हे दोस्त अगर, तू इस वतन के नाम मर।।
कहता नहीं मैं अच्छा हूँ———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847