कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
उपजते नित सियासत में नए से रोग देखो तो ।
किसी को नाम से परहेज कोई धर्म पर लड़ता –
विखंडित जो विचारों से उन्हीं का योग देखो तो ।।
✍️ अरविन्द “महम्मदाबादी”
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
उपजते नित सियासत में नए से रोग देखो तो ।
किसी को नाम से परहेज कोई धर्म पर लड़ता –
विखंडित जो विचारों से उन्हीं का योग देखो तो ।।
✍️ अरविन्द “महम्मदाबादी”