कसम, कसम, हाँ तेरी कसम
कसम,कसम, हाँ तेरी कसम।
करते हैं प्यार तुमको हम।।
इसमें नहीं है कोई शक।
चाहते हैं दिल से तुमको हम।।
कसम, कसम, हाँ——————-।।
आवो करीब, खत यह पढ़ो तुम।
तस्वीर,चेहरा यह देखो तुम।।
कुछ भी फरेब इसमें नहीं है।
वफ़ा करते हैं तुमसे हम।।
कसम,कसम, हाँ——————।।
रोशन हैं तारें, यह प्यार देखकर।
महके हैं फूल, यह मिलन देखकर।।
अब कोई डर तुमको नहीं हो।
थामे हैं दामन तेरा हम।।
कसम, कसम, हाँ—————–।।
कुछ पल का नहीं, साथ हमारा।
उम्रभर का रहेगा, साथ हमारा।।
तुमको बेरोशन नहीं होने देंगे।
कुर्बान हैं दिल से तुझपे हम।।
कसम,कसम, हाँ——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)