कश्मीर की तकदीर
यह कैसी तकदीर कश्मीर ने पाई है ,
सुकून का नाम नहीं ,बस तबाही ही तबाही है ।
किसी न किसी के ज़ुल्म का शिकार यह होता है ,
जन्नत था कभी यह मगर हाय अफ़सोस !,
अब तो जहन्नुम की तस्वीर पेश आई है ।
यह कैसी तकदीर कश्मीर ने पाई है ,
सुकून का नाम नहीं ,बस तबाही ही तबाही है ।
किसी न किसी के ज़ुल्म का शिकार यह होता है ,
जन्नत था कभी यह मगर हाय अफ़सोस !,
अब तो जहन्नुम की तस्वीर पेश आई है ।