Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2024 · 1 min read

कविता

कविता

कविता निकली पहन कर, नव रस के परिधान ।
शब्द – शब्द हर प्रश्न का, लेकर चली निदान ।।
लेकर चली निदान , समय कब इसका रीता ।
जीती सारे काल , अमर अविनाशी कविता ।।

सुशील सरना / 21-3-24

143 Views

You may also like these posts

प्रमाणिका छंद
प्रमाणिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दरारों में   ....
दरारों में ....
sushil sarna
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
ज़िन्दगी मत रुला हम चले जाएंगे
अंसार एटवी
कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
*कुछ चमत्कार कब होता है, कब अनहोनी कोई होती (राधेश्यामी छंद
*कुछ चमत्कार कब होता है, कब अनहोनी कोई होती (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
दिल में जो है वो बताया तो करो,
दिल में जो है वो बताया तो करो,
Jyoti Roshni
वो मेरा है इसका गर्व है मुझे
वो मेरा है इसका गर्व है मुझे
Ankita Patel
"गुलशन"
Dr. Kishan tandon kranti
कीमत
कीमत
पूर्वार्थ
कौन है जिम्मेदार?
कौन है जिम्मेदार?
Pratibha Pandey
दोहरा चरित्र
दोहरा चरित्र
Sudhir srivastava
Destiny
Destiny
Shyam Sundar Subramanian
2489.पूर्णिका
2489.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
gurudeenverma198
"मित्रता दिवस"
Ajit Kumar "Karn"
पता नहीं किसने
पता नहीं किसने
Anil Mishra Prahari
बंसत पचंमी
बंसत पचंमी
Ritu Asooja
" न जाने क्या है जीवन में "
Chunnu Lal Gupta
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
शिव प्रताप लोधी
थकते नहीं हो क्या
थकते नहीं हो क्या
Suryakant Dwivedi
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
Nakul Kumar
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
माँ - सम्पूर्ण संसार
माँ - सम्पूर्ण संसार
Savitri Dhayal
..
..
*प्रणय*
आडम्बरी पाखंड
आडम्बरी पाखंड
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
*विश्वास *
*विश्वास *
Rambali Mishra
घने तिमिर में डूबी थी जब..
घने तिमिर में डूबी थी जब..
Priya Maithil
Loading...