कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर जानते हैं।
– ख़ान इशरत परवेज़
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर जानते हैं।
– ख़ान इशरत परवेज़