Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2024 · 1 min read

कविता (कोरोना )

कोरोना तुम कहां छुपे हो, छुपकर वार करते हो।
दिखलाई क्यों नही देते हो, सम्मुख आने से डरते हो।
क्यों रूप धरा इतना छोटा, कोई देख सके ना तुमको। वीर तभी समझेगे जब ,सम्मुख दी खो हमको।
युध्द अनेकों हुऐ जगत में ,आमने सामने लडे़ गये।
चुपके से तू आया, हम तेरे हाथों छले गये।
लेकिन हमारे साइंस दानो ने, चेहरा तेरा बे नकाब किया। तुझको मार गिराने का ,हथियार नया तैयार किया।
अपने आप चला जा , वरना ऐसी मार लगायेगें।
बेहोशी से कभी न उबरो ,हम निडर हो जायेगें।
‍‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌

Language: Hindi
6 Views

You may also like these posts

मैंने, निज मत का दान किया;
मैंने, निज मत का दान किया;
पंकज कुमार कर्ण
आज गांवों में
आज गांवों में
Otteri Selvakumar
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
क्यों जिंदगी अब काली रात है
क्यों जिंदगी अब काली रात है
Chitra Bisht
गीत- मिली है ज़िंदगी इसको...
गीत- मिली है ज़िंदगी इसको...
आर.एस. 'प्रीतम'
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कुण्डलियां छंद-विधान-विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
कुण्डलियां छंद-विधान-विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
इतना आसां नहीं ख़ुदा होना..!
इतना आसां नहीं ख़ुदा होना..!
पंकज परिंदा
अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन
अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन
Pankaj Kushwaha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
SURYA PRAKASH SHARMA
" खुशबू "
Dr. Kishan tandon kranti
sp54मत कहिए साहित्यिक उन्नयन
sp54मत कहिए साहित्यिक उन्नयन
Manoj Shrivastava
मचलते  है  जब   दिल  फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है,
डी. के. निवातिया
ओम के दोहे
ओम के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
-बढ़ी देश की शान-
-बढ़ी देश की शान-
ABHA PANDEY
* गीत मनभावन सुनाकर *
* गीत मनभावन सुनाकर *
surenderpal vaidya
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
देख भाई, ये जिंदगी भी एक न एक दिन हमारा इम्तिहान लेती है ,
Dr. Man Mohan Krishna
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुमसे जो मिले तो
तुमसे जो मिले तो
हिमांशु Kulshrestha
#दोहा-
#दोहा-
*प्रणय*
आज फिर दर्द के किस्से
आज फिर दर्द के किस्से
Shailendra Aseem
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
न रोको यूँ हवाओं को ...
न रोको यूँ हवाओं को ...
Sunil Suman
राम अर्थ है भारत का अब, भारत मतलब राम है (गीत)
राम अर्थ है भारत का अब, भारत मतलब राम है (गीत)
Ravi Prakash
प्रेम की गहराई
प्रेम की गहराई
Dr Mukesh 'Aseemit'
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
Pramila sultan
घर मे बुजुर्गो की अहमियत
घर मे बुजुर्गो की अहमियत
Rituraj shivem verma
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
2591.पूर्णिका
2591.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
माहौल
माहौल
Dr.Archannaa Mishraa
Loading...