कल रात
कल रात
तुम जो आयीं मेरे ख्वाबों में
एक ख़ुशनुमा अहसास हुआ
जैसे तारों का झुंड
उतर आया है मेरे आंगन में
मैने समेट लिया
उनकी चमक, उनकी महक को
अपने आगोश में
समेट लिया वज़ूद उनका
उनकी खुश्बू को
अपनी रूह में…..!!!!
हिमांशु Kulshrestha
कल रात
तुम जो आयीं मेरे ख्वाबों में
एक ख़ुशनुमा अहसास हुआ
जैसे तारों का झुंड
उतर आया है मेरे आंगन में
मैने समेट लिया
उनकी चमक, उनकी महक को
अपने आगोश में
समेट लिया वज़ूद उनका
उनकी खुश्बू को
अपनी रूह में…..!!!!
हिमांशु Kulshrestha