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7 Mar 2022 · 1 min read

कल और आज

कभी ईद की इबादतों में हम होते थे शरीक़,
अब वो ईद में हमें अपने घर बुलाते हैं।
कभी दीवारों पर लिखी थी इबारतें जो हमने,
फुरसत में बैठकर आजकल उसे गुनगुनाते हैं।

Language: Hindi
Tag: शेर
171 Views
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