कल आप कोसोगे खुद को
उन मरे हुए चेहरों में हो सकता है कोई अपना या तुम्हारा
क्या तब भी अपने अंदर उस आग को लिए बैठे रह सकते हो
तब क्या करोगे जब पता चलेगा किसी अपने के बारे में
क्या रोक पाओगे खुद को
क्या बदल पाओगे जो हुआ है उसको
नही बदल सकते हम और तुम अपना बीता हुआ कल
आज तो आप बाँट रहे हो ख़ैरात
लेकिन कल क्या करोगे,जब सब आदि हो जाएंगे मुफ़्त की रोटी तोड़ने को
कल आप ही कोसोगे खुद को
और इल्ज़ाम आवाम पर लगाना उतना ही आसां है जितना झूठे वादों से आवाम को लुभाना
भूपेंद्र रावत
27।02।2020