Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2021 · 1 min read

कल्पना शक्ति

मनुष्य की कल्पना तीव्र गति से चलती है , बहुत ही अल्प समय में निर्णय लेने की शक्ति को प्रखर करने में इसका उपयोग करें।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
“नया मुकाम”
“नया मुकाम”
DrLakshman Jha Parimal
स्कूल जाना है
स्कूल जाना है
SHAMA PARVEEN
मौज में आकर तू देता,
मौज में आकर तू देता,
Satish Srijan
मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे,
मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे,
Arvind trivedi
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
Phool gufran
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
लक्ष्मी सिंह
बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
बद मिजाज और बद दिमाग इंसान
shabina. Naaz
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
मन में पल रहे सुन्दर विचारों को मूर्त्त रुप देने के पश्चात्
Paras Nath Jha
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
प्रारब्ध का सत्य
प्रारब्ध का सत्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🤔🤔🤔समाज 🤔🤔🤔
🤔🤔🤔समाज 🤔🤔🤔
Slok maurya "umang"
माटी तेल कपास की...
माटी तेल कपास की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
भारत के जोगी मोदी ने --
भारत के जोगी मोदी ने --
Seema Garg
लोकसभा बसंती चोला,
लोकसभा बसंती चोला,
SPK Sachin Lodhi
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
गुरुदेव आपका अभिनन्दन
Pooja Singh
"You’re going to realize it one day—that happiness was never
पूर्वार्थ
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr Shweta sood
अच्छा है कि प्रकृति और जंतुओं में दिमाग़ नहीं है
अच्छा है कि प्रकृति और जंतुओं में दिमाग़ नहीं है
Sonam Puneet Dubey
तन्हायी
तन्हायी
Dipak Kumar "Girja"
* जिन्दगी *
* जिन्दगी *
surenderpal vaidya
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
3241.*पूर्णिका*
3241.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Urmil Suman(श्री)
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
कुछ भी रहता नहीं है
कुछ भी रहता नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बीता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
Loading...