Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2021 · 1 min read

कलाम

कोई बात होती थी तो सरेआम कहते थे।
हम मिलने पर भाइयो से राम राम कहते थे।
कोई था जो देश को हरपल समर्पित था
सिद्धार्थ उनको ही अब्दुल कलाम कहते थे।।

दिल की गहराईओं से नमन आपको करना।
आपकी याद में देखा है खुशियो का मरना।
सारे ठहरे है आपकी विदाई में
नदियां तारे ज़मी और झरना।।

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
നീപോയതിൽ-
നീപോയതിൽ-
Heera S
"दर्द की तासीर"
Dr. Kishan tandon kranti
#कालजयी_पात्र
#कालजयी_पात्र
*प्रणय प्रभात*
"समय बहुत बलवान होता है"
Ajit Kumar "Karn"
ख़ुद को यूं ही
ख़ुद को यूं ही
Dr fauzia Naseem shad
होता अगर पैसा पास हमारे
होता अगर पैसा पास हमारे
gurudeenverma198
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
LOVE
LOVE
SURYA PRAKASH SHARMA
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
मैं शामिल तुझमें ना सही
मैं शामिल तुझमें ना सही
Madhuyanka Raj
*पल  दो  पल ठहर तो सही*
*पल दो पल ठहर तो सही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सच तो कुछ भी न,
सच तो कुछ भी न,
Neeraj Agarwal
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बिन माली बाग नहीं खिलता
बिन माली बाग नहीं खिलता
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
लेखक
लेखक
Shweta Soni
सजदे में सर झुका तो
सजदे में सर झुका तो
shabina. Naaz
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
जब किसी कार्य को करने में आपकी रुचि के साथ कौशल का भी संगम ह
Paras Nath Jha
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
आज फ़िर एक
आज फ़िर एक
हिमांशु Kulshrestha
3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
आज़ादी की शर्त
आज़ादी की शर्त
Dr. Rajeev Jain
रंगों का त्योहार है होली।
रंगों का त्योहार है होली।
Satish Srijan
हवेली का दर्द
हवेली का दर्द
Atul "Krishn"
“मधुरबोल”
“मधुरबोल”
DrLakshman Jha Parimal
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
Vijay kumar Pandey
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर
प्रेमदास वसु सुरेखा
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
कभी-कभी कोई प्रेम बंधन ऐसा होता है जिससे व्यक्ति सामाजिक तौर
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
सच्चे मन से जो करे,
सच्चे मन से जो करे,
sushil sarna
"YOU ARE GOOD" से शुरू हुई मोहब्बत "YOU
nagarsumit326
Loading...