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25 Jun 2024 · 1 min read

कलाकारी में भी यूं चार चांद लगाते हैं,

कलाकारी में भी यूं चार चांद लगाते हैं,
जो लोग ख़ुद को इतने बेदाग बताते हैं
ख़ूब उड़े उसके चेहरे से सराफत के रंग,
शोहरत की बलंदी पा जो बड़े इतराते हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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