Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2016 · 1 min read

कलयुग की रीत—-मुक्तक—-डी के निवातियां

देख कलयुग की रीत दुनिया भ्रमित होती है
नारी का सम्मान नही पूजा देवी की होती है
मंदिर में चढ़ते फूल माल दंडवत करे प्रणाम
घरो में उनके अक्सर बेटी कर्मो को रोती है !!
!
!
!
-डी के निवातियां

Language: Hindi
476 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Mannato ka silsila , abhi jari hai, ruka nahi
Mannato ka silsila , abhi jari hai, ruka nahi
Sakshi Tripathi
फिर वही सुने सुनाए जुमले सुना रहे हैं
फिर वही सुने सुनाए जुमले सुना रहे हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
अबीर ओ गुलाल में अब प्रेम की वो मस्ती नहीं मिलती,
अबीर ओ गुलाल में अब प्रेम की वो मस्ती नहीं मिलती,
इंजी. संजय श्रीवास्तव
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
हवलदार का करिया रंग (हास्य कविता)
गुमनाम 'बाबा'
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
तेरे इश्क़ में थोड़े घायल से हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बड़ा काफ़िर
बड़ा काफ़िर
हिमांशु Kulshrestha
*अमर शहीद राजा राम सिंह: जिनकी स्मृति में रामपुर रियासत का न
*अमर शहीद राजा राम सिंह: जिनकी स्मृति में रामपुर रियासत का न
Ravi Prakash
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
*सा रे गा मा पा धा नि सा*
*सा रे गा मा पा धा नि सा*
sudhir kumar
मेरी बेटी मेरी सहेली
मेरी बेटी मेरी सहेली
लक्ष्मी सिंह
■ कटाक्ष...
■ कटाक्ष...
*प्रणय प्रभात*
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
दूध वाले हड़ताल करते हैं।
शेखर सिंह
फैसला
फैसला
Dr. Kishan tandon kranti
फिर जनता की आवाज बना
फिर जनता की आवाज बना
vishnushankartripathi7
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Mukesh Kumar Sonkar
विकृत संस्कार पनपती बीज
विकृत संस्कार पनपती बीज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तोलेंगे सब कम मगर,
तोलेंगे सब कम मगर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
रिवायत दिल की
रिवायत दिल की
Neelam Sharma
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
ग़म भूल जाइए,होली में अबकी बार
Shweta Soni
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
*पुरानी पेंशन हक है मेरा(गीत)*
Dushyant Kumar
कौन हूं मैं?
कौन हूं मैं?
Rachana
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
దేవత స్వరూపం గో మాత
దేవత స్వరూపం గో మాత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तुम हज़ार बातें कह लो, मैं बुरा न मानूंगा,
तुम हज़ार बातें कह लो, मैं बुरा न मानूंगा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
फ़ितरत
फ़ितरत
Priti chaudhary
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...