जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्यार कर रहा हूँ मैं - ग़ज़ल
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
राहों में उनके कांटे बिछा दिए
बाल कविता: 2 चूहे मोटे मोटे (2 का पहाड़ा, शिक्षण गतिविधि)
"तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं
इसका क्या सबूत है, तू साथ सदा मेरा देगी
#drarunkumarshastriblogger
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
अब देर मत करो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
जिंदगी में रंग भरना आ गया
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
यादों की एक नई सहर. . . . .
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास