कलम का श्रृंगार
वो जो निकले हैं सज धज के ।
वो कलम का श्रृंगार कहां छोड़ेंगे ।
अल्फाजों से खेलने वाले ।
लिखने से कब चूकेंगे ।।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव
वो जो निकले हैं सज धज के ।
वो कलम का श्रृंगार कहां छोड़ेंगे ।
अल्फाजों से खेलने वाले ।
लिखने से कब चूकेंगे ।।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव