Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2019 · 1 min read

देश भक्ति गीत

कर देंगे भारत की खातिर क़ुरबाँ अपनी जवानी
कर देंगे हम देश की खातिर अपना खून भी पानी

करनी है भारत की हिफाज़त गीता और कुरआन सी
वक्त पडा तो लगायेंगे हम बाज़ी अपनी जान की
आँच न आने देंगे इस पर दिल में है ये ठानी
कर देंगे हम देश की खातिर अपना खून भी पानी

दिल्ली का हो लाल किला या फिर हो ताजमहल
जमना की धारा हो या फिर पावन ग॔गा जल
मेरे प्यारे देश की ये है यारो अमर निशानी
कर देंगे हम देश की खातिर अपना खून भी पानी

बच्चों से लेकर बूढों तक दिल में जोश जगाओ
किसी को म॔गल पाँडे बनाओ किसी को गाँधी बनाओ
हर नारी को बनायेंगे हम अब झाँसी की रानी
कर देंगे हम देश की खातिर अपना खून भी पानी

आओ बसालें दिल में अपने उन लोगों की याद
अशफाक़उल्लाह,टीपू सुल्तां,भगत सिंह आज़ाद
अपनी जान की उन लोगों ने ह॔सकर दी क़ुरबानी
कर देंगे हम देश की खातिर अपना खून भी पानी

इरशाद “आतिफ”
अहमदाबाद -9173421920

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 631 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
क्यूट हो सुंदर हो प्यारी सी लगती
Jitendra Chhonkar
कई जीत बाकी हैं, कई हार बाकी हैं, अभी तो जिंदगी का सार बाकी
कई जीत बाकी हैं, कई हार बाकी हैं, अभी तो जिंदगी का सार बाकी
पूर्वार्थ
कठोर व कोमल
कठोर व कोमल
surenderpal vaidya
वो कविताचोर है
वो कविताचोर है
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
23/50.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/50.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"ये अलग बात है, पानी गुज़र गया सिर से।
*प्रणय प्रभात*
राही साथ चलते हैं 🙏
राही साथ चलते हैं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
!!! होली आई है !!!
!!! होली आई है !!!
जगदीश लववंशी
ना जाने क्यों ?
ना जाने क्यों ?
Ramswaroop Dinkar
बुदबुदा कर तो देखो
बुदबुदा कर तो देखो
Mahender Singh
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
मां से ही तो सीखा है।
मां से ही तो सीखा है।
SATPAL CHAUHAN
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
एक बाप ने शादी में अपनी बेटी दे दी
शेखर सिंह
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
P S Dhami
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन  में फल रोज़-रोज़ थोड़े ही मिलता है,
जीवन में फल रोज़-रोज़ थोड़े ही मिलता है,
Ajit Kumar "Karn"
सुनहरी उम्मीद
सुनहरी उम्मीद
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
इंजी. संजय श्रीवास्तव
राम और कृष्ण
राम और कृष्ण
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दिल ए तकलीफ़
दिल ए तकलीफ़
Dr fauzia Naseem shad
श्रीकृष्ण
श्रीकृष्ण
Raju Gajbhiye
सोचा था सन्तान ही,
सोचा था सन्तान ही,
sushil sarna
*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
*जिसको सोचा कभी नहीं था, ऐसा भी हो जाता है 【हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
मेहनत करो और खुश रहो
मेहनत करो और खुश रहो
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गंगा- सेवा के दस दिन (तीसरा दिन)- मंगलवार 18जून2024
गंगा- सेवा के दस दिन (तीसरा दिन)- मंगलवार 18जून2024
Kaushal Kishor Bhatt
Loading...