कर्म ही पूजा है ।
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
ये कर्मभूमि है यहाँ कर्म ही पूजा है।।
यहाँ हर कई अपना है।
ना कोई पराया है ना कई दुजा है ।
राधे राधे
—ओथम—
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
ये कर्मभूमि है यहाँ कर्म ही पूजा है।।
यहाँ हर कई अपना है।
ना कोई पराया है ना कई दुजा है ।
राधे राधे
—ओथम—