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10 Aug 2022 · 1 min read

**कर्मसमर्पणम्**

ईश्वरस्य प्राप्ति: दुर्लभः तु सुगमं किम्?एतस्य कृते तु मानवशरीर: प्राप्त: भवति।महत्वपूर्णं कार्यं परमात्मनः प्राप्ति:।अन्यानि कार्याणि कुर्वन्तु तु एषः नवीनं कार्यं प्रारम्भ: करोति।ये अपि कार्यं करोतु तु भगवतः एव कार्यं मत्वा करोतु।

यत्करोषि यदश्नासि यज्जुहोषि ददासि यत्।
यत्त्पस्यसि कौन्तेय ततकुरुष्व मदर्पणम्।
गीता-9/27
©®अभिषेक:पाराशर:

Language: Sanskrit
1 Like · 250 Views

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