***”कर्मचारी का स्वांग ‘***
।।ॐ परमात्मने नमः ।।
*** कर्मचारी का स्वांग ***
रघुवीर प्रसाद सिंह मल्टी नेशनल कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे कंपनी में चौबीस घंटे काम चलते ही रहता था। कर्मचारी और अधिकारी को ओवरटाईम काम करने का अलग से वेतन दिया जाता था।
कंपनी में एक दिन ऑफिस के समय कुछ सुरक्षा गार्ड आये और उन्होंने खबर दी क़ि एक कर्मचारी जिसका नाम सूरज कुमार है वो रेल की पटरी पर बैठ गया है और कह रहा है क़ि वह आत्महत्या करने जा रहा है ।
आप आदेश दे हम क्या कर सकते हैं …? ?
रघुवीर प्रसाद सिंह को कुछ लोगों से ज्ञात हो गया था कि सूरज कुमार को ओवरटाइम का वेतन पैंडिंग अधूरा पड़ा है और रघुवीर प्रसाद सिंह का जो आरोप बिना ओवरटाइम ड्यूटी लगाई जाने का है जो जांच के अधीन है जब तक जांच में सही नतीजा नहीं पाया जाता है तब तक ओवरटाइम का वेतन नहीं दिया जा सकता है।
रघुवीर सिंह ने कंपनी के सुरक्षा गार्ड से पूछा कि आप लोग उसे पकड़ कर क्यों नही लाये इस जवाब पर गार्ड ने बतलाया कि सूरज कुमार को पकड़ने की बहुत कोशिश की गई लेकिन वह पटरी से पत्थर उठा उठाकर हमारी तरफ फेंक रहा है और रेल्वे पटरी से हट भी नही रहा है।
रघुवीर सिंह ने सुरक्षा कर्मी से कहा – जहां पर सूरज कुमार पटरी पर बैठा हुआ है वहां पर लगभग आधा किलोमीटर दूरी पर लाल रंग का कपड़ा लेकर खड़े हो जाए ताकि रेलगाड़ी आ रही हो तो उसे रोका जा सके और कुछ सुरक्षा गार्ड अपने साथ मोटा सा टिन का टुकड़ा लेकर जाओ और अपने आपको बचाते हुए उसे पकड़ लो ।
इसी बीच कंपनी के अधिकारी को किसी ने सूचना दी गई कि उस कर्मचारी का कुछ पैसा उधारी है और कर्ज चुकाने के लिए किसी ने मशवरा दिया था कि अगर वह रेल्वे पटरी में आत्महत्या का स्वांग रचेगा तो बड़े अफसर साहेब उसे ओवरटाइम का पूरा वेतन दे देंगे।
कुछ देर बाद कंपनी के सुरक्षा गार्ड ने मुख्य अधिकारी रघुवीर सिंह के बताये आदेशानुसार सूरज कुमार को पकड़ कर ले आये ।
उसके बाद उन्होंने सुरक्षा गार्ड से कहा – अब उसकी जमकर पिटाई करो और छोड़ दो उन्होंने वैसा ही किया उसकी खूब पिटाई की और कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया था ।
दूसरे दिन सूरज कुमार की पत्नी राजनेता के साथ शिकायत लेकर पहुँची वहाँ पर कंपनी के मुख्य अधिकारी मौजूद थे ।
सूरज कुमार की पत्नी ने कहा – सुरक्षा गार्ड ने मेरे पति की खूब पिटाई की और उनके साथ अच्छा व्यवहार नही किया है उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
सारी बातें सुनकर रघुवीर सिंह ने सूरज कुमार की सारी सच्चाई बयान कर विस्तार पूर्वक पूरी बातें बतलाई गई।
सूरज कुमार कैसे किसी व्यक्ति के बहकावे में आकर एक गलत कदम उठा रहा था प्रशासन को धोखा देकर अपने ओवरटाइम का वेतन निकलवाने के चक्कर में यह स्वांग रचा था।
कंपनी के अधिकारी रघुवीर सिंह ने कहा कि अब यह पूरा वाकया हम क्यों न पुलिस में दे देते हैं वही फैसला सुनायेंगे ।
पुलिस के डर से सूरज कुमार ने अपनी गल्ती कबूल की और स्वांग रचने की सच्ची घटना बतला कर पत्नी और राजनेता के समक्ष सारी बातें प्रस्तुत कर बेहद लज्जित हो गया …..! ! !
स्वरचित मौलिक रचना ??
*** शशिकला व्यास ***
#* भोपाल मध्यप्रदेश *#