Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2020 · 1 min read

कर्मचारियों की सफाई

लगा लॉकडाउन जोरों से।
रोंडो पर लड़ाई हो गई।
हर दफ्तर,ऑफिस पड़े है खाली खाली,
क्योंकि कर्मचारियों की सफाई हो गई

संजय कुमार✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 507 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"प्यासा"-हुनर
Vijay kumar Pandey
People often dwindle in a doubtful question,
People often dwindle in a doubtful question,
Chaahat
पूछी मैंने साँझ से,
पूछी मैंने साँझ से,
sushil sarna
आपसा हम जो दिल
आपसा हम जो दिल
Dr fauzia Naseem shad
मेरी कलम
मेरी कलम
Shekhar Chandra Mitra
इन्सान पता नही क्यूँ स्वयं को दूसरो के समक्ष सही साबित करने
इन्सान पता नही क्यूँ स्वयं को दूसरो के समक्ष सही साबित करने
Ashwini sharma
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
gurudeenverma198
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
"We are a generation where alcohol is turned into cold drink
पूर्वार्थ
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
तुझसे वास्ता था,है और रहेगा
Keshav kishor Kumar
जिस यात्रा का चुनाव
जिस यात्रा का चुनाव
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"आतिशी" का "अनशन" हुआ कामयाब। घर तक पहुंचा भरपूर पानी।
*प्रणय*
" आशा "
Dr. Kishan tandon kranti
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
एकवेणी जपाकरणपुरा नग्ना खरास्थिता।
एकवेणी जपाकरणपुरा नग्ना खरास्थिता।
Harminder Kaur
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
DrLakshman Jha Parimal
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
आसान नहीं हैं बुद्ध की राहें
rkchaudhary2012
छठ पूजन
छठ पूजन
surenderpal vaidya
दिल से जाना
दिल से जाना
Sangeeta Beniwal
दिल कि गली
दिल कि गली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़़ज़ल
ग़़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
इस तरह कुछ लोग हमसे
इस तरह कुछ लोग हमसे
Anis Shah
फिर सुखद संसार होगा...
फिर सुखद संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वोट कर!
वोट कर!
Neelam Sharma
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3981.💐 *पूर्णिका* 💐
3981.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
Loading...