कर्तव्य की राह पर …
चलो ! चिकित्सक गणों ,
ओमीक्रोम की राह में फिर कदम बड़ाओ ।
समय आ गया तुम्हारी कर्तव्य परायणता ,
और कुर्बानी का ,सिर पर कफन बांध लो।
चलो ! चिकित्सक गणों ,
ओमीक्रोम की राह में फिर कदम बड़ाओ ।
समय आ गया तुम्हारी कर्तव्य परायणता ,
और कुर्बानी का ,सिर पर कफन बांध लो।