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31 Oct 2021 · 1 min read

कर्तव्य का पता

कर्तव्य का पता

सेवा से निवृत हो , जब माता- पिता।
स्नेह से आवृत करो, निज सुत-सुता।
पूरा ध्यान रखना तब , तुम ही उनका;
सबको सदा रहे, इस कर्तव्य का पता।

__________________________
..✍️पंकज कर्ण
……….कटिहार।

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 440 Views
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