Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Aug 2024 · 1 min read

करार

जाने कैसे करार ये दुनियां पा
जाती है,
कहीं लुटती है बिलकिस तो
अंकिता मर जाती है,
समझे कौन की तबाह ज़िंदगी
हो जाती है,
अय्याशों पर नकेल ना कसी
जाती है,
हिम्मत उनकी तभी तो बढ़
जाती है,
एक हादसा समझ दुनियां तो
भूल जाती है,
करार छिनता किसी का जब
अस्मत लुट जाती है,
कहानी बर्बादियों की शुरू हो
जाती है,
दुनियां मोमबत्तियां जला फ़र्ज़
अपना निभाती है,
सियासत कुछ दिनों के लिए तो
गर्म हो जाती है,
फिर से दामिनी कोई हवस की
आग में जल जाती है,
ये आग ना बुझेगी शायद ये तो
ओर दहकती जाती है,
थोड़ी सी हमदर्दी जता दुनियां
चैन से सो जाती है,
ये बहरी दुनियां बात अपने पर
आये तभी चिल्लाती है,
बेटी किसी ओर की क्यों अपनी
सी नज़र ना आती है,
बद्दुआओं से डरो जो अर्श चीर
कर सज़ा दे जाती है,
करनी अपनी हर हाल में आगे
आ जाती है।

सीमा शर्मा

18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सहधर्मिणी
सहधर्मिणी
Bodhisatva kastooriya
4483.*पूर्णिका*
4483.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पराया तो पराया ही होता है,
पराया तो पराया ही होता है,
Ajit Kumar "Karn"
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
मायड़ भौम रो सुख
मायड़ भौम रो सुख
लक्की सिंह चौहान
कौन है जिम्मेदार?
कौन है जिम्मेदार?
Pratibha Pandey
सरकारी नौकरी लगने की चाहत ने हमे ऐसा घेरा है
सरकारी नौकरी लगने की चाहत ने हमे ऐसा घेरा है
पूर्वार्थ
#सामयिक_कविता:-
#सामयिक_कविता:-
*प्रणय प्रभात*
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं प्रभु का अतीव आभारी
मैं प्रभु का अतीव आभारी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
"बहनों के संग बीता बचपन"
Ekta chitrangini
* मुस्कुरा देना *
* मुस्कुरा देना *
surenderpal vaidya
आओ जमीन की बातें कर लें।
आओ जमीन की बातें कर लें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
Shashi kala vyas
धरा स्वर्ण होइ जाय
धरा स्वर्ण होइ जाय
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"आसरा"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत गाता है बचपन,
गीत गाता है बचपन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
manjula chauhan
किताबों से ज्ञान मिलता है
किताबों से ज्ञान मिलता है
Bhupendra Rawat
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मईया रानी
मईया रानी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जब आपका ध्यान अपने लक्ष्य से हट जाता है,तब नहीं चाहते हुए भी
जब आपका ध्यान अपने लक्ष्य से हट जाता है,तब नहीं चाहते हुए भी
Paras Nath Jha
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
നിങ്ങളോട്
നിങ്ങളോട്
Heera S
होता नहीं कम काम
होता नहीं कम काम
जगदीश लववंशी
आदमी  उपेक्षा का  नही अपेक्षा का शिकार है।
आदमी उपेक्षा का नही अपेक्षा का शिकार है।
Sunil Gupta
प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
Loading...