करवा चौथ – डी के निवातिया
सोलह श्रृंगार,
सुहागिनी गहना,
प्रीतम प्यार !!
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करवा चौथ
अनुपम त्योंहार
महत्ता प्यार !!
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याम को मात,
बचायें पति प्राण,
सती को दात !!
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करवा चौथ,
चन्द्रमा का पूजन,
दाम्पत्य भोग !!
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अनूठा प्रेम,
छलनी चाँद देखे,
कुशल क्षेम !!
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नारी श्रृंगार,
सिंदूर भरी मांग
चौथ का चाँद !!
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चाँद पूजन,
मन से समर्पण,
स्वयं अर्पण !!
!सजा है थाल
करवा, दीप, ज्योत,
चौथ कमाल !!
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डी के निवातिया