करवाचौथ
टिकी नज़रें गगन पर हैं निकल भी चाँद अब आओ
छिपे हो बादलों में क्यों जरा मुखड़ा तो दिखलाओ
रखा उपवास है मैंने करूं पूजन तुम्हारा मैं
सुहागन ही रहूँ मुझको यही वरदान दे जाओ
डॉ अर्चना गुप्ता
03-11-2023
टिकी नज़रें गगन पर हैं निकल भी चाँद अब आओ
छिपे हो बादलों में क्यों जरा मुखड़ा तो दिखलाओ
रखा उपवास है मैंने करूं पूजन तुम्हारा मैं
सुहागन ही रहूँ मुझको यही वरदान दे जाओ
डॉ अर्चना गुप्ता
03-11-2023