करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में ।
तो पहले हमसे रिश्ता तुम नहीं करते।।
नहीं खेलते यदि तुम मेरे दिल से।
तो हम शिकायत तुमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ——————–।।
देखी नहीं क्यों मुफलिसी मेरी पहले।
मेरे करम और मेरी बस्ती।।
अच्छा नजर क्या आया था मुझमें।
देखी नहीं क्यों पहले मेरी हस्ती।।
सौदा अगर तुम्हें करना था रिश्ते में।
तो तुम मुलाक़ात हमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।
छुपाकर रखी क्यों तुमने दिल की बात।
बताये नहीं क्यों शौक हमको अपने।।
समझा क्यों पहले तुमने हमको साथी।
बताये नहीं क्यों सपनें हमको अपने ।।
बता देते यदि पहले हमें राज़ दिल का।
तो हम गुजारिश तुमसे नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।
हम इस महफ़िल में लोगों से कहे क्या।
तारीफ़ करें या कहें बेवफा तुमको।।
पिला दिया तुमने तो हमें विष का प्याला।
करें पेश तोहफा, यहाँ क्या तुमको।।
करते नहीं यदि खून मेरे दिल का।
तो हम बुराई तेरी यहाँ नहीं करते।।
करना था यदि ऐसा ———————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला – बारां (राजस्थान )