Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2025 · 1 min read

करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी

करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
कमजोर को दिखाना नहीं अपना बल कभी
आलस्य में अगर न किया काम ध्यान से
तो देख लेना ये नहीं आएगा पल कभी

डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
31 Views
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

नजरे तो मिला ऐ भरत भाई
नजरे तो मिला ऐ भरत भाई
Baldev Chauhan
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
*नासमझ*
*नासमझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
'चो' शब्द भी गजब का है, जिसके साथ जुड़ जाता,
'चो' शब्द भी गजब का है, जिसके साथ जुड़ जाता,
SPK Sachin Lodhi
बदनाम
बदनाम
Neeraj Agarwal
4338.*पूर्णिका*
4338.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
नव वर्ष गीत
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
आज फ़िर एक
आज फ़िर एक
हिमांशु Kulshrestha
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
Manisha Manjari
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से,
है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से,
Kalamkash
फूल
फूल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
रक्त संबंध
रक्त संबंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
संवेदना का फूल
संवेदना का फूल
Minal Aggarwal
वो चेहरा
वो चेहरा
Sumangal Singh Sikarwar
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
आई आंधी ले गई, सबके यहां मचान।
Suryakant Dwivedi
आप ही बदल गए
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
🙅कड़वा सच🙅
🙅कड़वा सच🙅
*प्रणय*
उम्र
उम्र
seema sharma
আমার মৃত্যু
আমার মৃত্যু
Arghyadeep Chakraborty
अनपढ़े  ग्रन्थ ... ..
अनपढ़े ग्रन्थ ... ..
sushil sarna
" रफूगर "
Dr. Kishan tandon kranti
ऑंखें
ऑंखें
Kunal Kanth
पहली चाय
पहली चाय
Ruchika Rai
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
manjula chauhan
शाश्वत और सनातन
शाश्वत और सनातन
Mahender Singh
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Loading...