Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2023 · 1 min read

करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।

पाखंड दोष जो मुझे घेरे पड़े है,
आँखे खोल मेरी, मुझ पे दया ही करना,
ज्ञान तुम देना मुझे ऐसा भगवन्,
जिस ज्ञान से भ्रम मेरा दूर हो भगवन्, ,
सरण में बुद्ध तथागत मुझे भी ले लो,
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।

सताए हुए है सदियों से यहाँ पर,
दुखो से है पीड़ित लाखों करोड़ो,
तन से न सुख है,ना मन है सुखी,
संसार में सब तेरे बिन है दुखी,
ज्ञान धम्म का मुझे भी अब देना,
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।

संघ में तेरे है हजारों लाखों सेवक,
समय की तरह बढ़ते रहते है केवल,
मानव मानवता को देते है करुणा,
करते है करुणा, करुणा के सागर,
संघ में अपने बना लो मुझको सेवक,
करता रहूँ मै भी दीन दुखियों की सेवा।

गीतकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

1 Like · 675 Views
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

" कश्ती "
Dr. Kishan tandon kranti
2847.*पूर्णिका*
2847.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
किरदार भी बदले है नात रिश्तेदार भी बदले है।
किरदार भी बदले है नात रिश्तेदार भी बदले है।
Rj Anand Prajapati
प्राणों से प्यारा देश हमारा
प्राणों से प्यारा देश हमारा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
आप और हम जीवन के सच ..........एक प्रयास
Neeraj Agarwal
🙅याद रखना🙅
🙅याद रखना🙅
*प्रणय*
हम सब एक हैं
हम सब एक हैं
surenderpal vaidya
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
$úDhÁ MãÚ₹Yá
यह सच है कि
यह सच है कि
gurudeenverma198
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
आजकल रिश्तें और मक्कारी एक ही नाम है।
Priya princess panwar
देखा है।
देखा है।
Shriyansh Gupta
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
अभिमान है हिन्दी
अभिमान है हिन्दी
अरशद रसूल बदायूंनी
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
Pramila sultan
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
"हां, गिरके नई शुरुआत चाहता हूँ ll
पूर्वार्थ
!!! होली आई है !!!
!!! होली आई है !!!
जगदीश लववंशी
नज़र चुरा के वो गुज़रा
नज़र चुरा के वो गुज़रा
Surinder blackpen
राम
राम
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं।
कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं।
Sanjay ' शून्य'
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
कब आये कब खो गए,
कब आये कब खो गए,
sushil sarna
Waste your time 😜
Waste your time 😜
Otteri Selvakumar
ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें)
ग़ज़ल(चलो हम करें फिर मुहब्ब्त की बातें)
डॉक्टर रागिनी
देर
देर
P S Dhami
अनुभूति
अनुभूति
Shweta Soni
खेल
खेल
राकेश पाठक कठारा
Loading...