कम हो जाए
ग़म में ही सही, जरा मुस्करा कर तो देखो
सायद ग़म कम हो जाए।।
कोई नहीं तो मूर्ति से ही बातें कर लो,
सायद तान्हा कम हो जाएं।।
बत्ती नहीं तो दीया हि जला लो,
साइद अंधेरा कम हो जाए।।
अमृत नहीं तो जल हि पी लो,
सायद प्यास मिटने लगे।।
ग़म में ही सही, जरा मुस्करा कर तो देखो
सायद ग़म कम हो जाए।।
कोई नहीं तो मूर्ति से ही बातें कर लो,
सायद तान्हा कम हो जाएं।।
बत्ती नहीं तो दीया हि जला लो,
साइद अंधेरा कम हो जाए।।
अमृत नहीं तो जल हि पी लो,
सायद प्यास मिटने लगे।।