Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Harminder Kaur
1 Follower
Follow
Report this post
27 Feb 2024 · 1 min read
कमियाॅं अपनों में नहीं
कमियाॅं अपनों में नहीं
अपने “में” होती हैं।
हरमिंदर कौर, अमरोहा
Tag:
Quote Writer
Like
Share
140 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
"चाँद-तारे"
Dr. Kishan tandon kranti
मिलते हैं...
ओंकार मिश्र
तेरे ना होने का,
हिमांशु Kulshrestha
नग़मा- लिखूँ जो भी वही नग़मा...
आर.एस. 'प्रीतम'
हृदय को ऊॅंचाइयों का भान होगा।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
4913.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
औरत
Shweta Soni
वो जिसने दर्द झेला जानता है।
सत्य कुमार प्रेमी
अपना रिश्ता नाता
Sudhir srivastava
तन्हाइयों का दोष दूं, रुसवाइयों का दोष दूं।
श्याम सांवरा
💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖🌹💖
Neelofar Khan
😊आज का दोहा😊
*प्रणय*
बचाओं नीर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
उनको मेरा नमन है जो सरहद पर खड़े हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कहानी का ऐसा किरदार होना है मुझे,
पूर्वार्थ
कौन गीत हम गाईं
Shekhar Chandra Mitra
वफ़ा को तुम हमारी और कोई नाम मत देना
Dr Archana Gupta
स्त्री संयम में तब ही रहेगी जब पुरुष के भीतर शक्ति हो
राज वीर शर्मा
जीवन दर्शन (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
तनहा भी चल के देखा कभी कारवाँ में चल के
Kanchan Gupta
खामोश से रहते हैं
Chitra Bisht
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
विचार
Godambari Negi
हे ईश्वर
sheema anmol
उपदेशों ही मूर्खाणां प्रकोपेच न च शांतय्
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हर खतरे से पुत्र को,
sushil sarna
ग़ज़ल
Manoj Mahato
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
ख्यालों के महफ़िलों में एक सपना देखा था,
Chaahat
*गाता मन हर पल रहे, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...