कमाल करते हो
जख्म देते हो दिल पर तो
मरहम भी तुम लगाया करो।
क्यों फिर अफसोस करते हो
चेहरा यूँ ना तुम छुपाया करो।।
दर्द गर हो तुम मेरे दिल का
दवा भी तुम्ही बन जाया करो।
कमाल पे कमाल करते हो तुम
मुस्कुरा कर बाहों में आ जाया करो।।
जख्म देते हो दिल पर तो
मरहम भी तुम लगाया करो।
क्यों फिर अफसोस करते हो
चेहरा यूँ ना तुम छुपाया करो।।
दर्द गर हो तुम मेरे दिल का
दवा भी तुम्ही बन जाया करो।
कमाल पे कमाल करते हो तुम
मुस्कुरा कर बाहों में आ जाया करो।।