कमरा किराए का है खाली तो करना होगा
इस राह से एक दिन सबको, गुजरना होगा।
कमरा किराए का है, खाली तो करना होगा।
तू बादशाह होगा बेशक, अपने शहर का-
जहाँ का मालिक है वह, उससे तो डरना होगा।
रोग प्रतिपल बढ़ रहा है, रो रहा संसार।
हो रहा है लास पर अब, देखिए व्यापार।
हाय यह बेरोजगारी, हो रही विकराल-
क्या करेगा आदमी सब, हो गया लाचार।
(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464