कमजोरियाँ बैठी सदा….
कमजोरियाँ बैठी सदा सरगोशियाँ करती रहीं
बातें हमेशा होश की बेहोशियाँ करती रहीं
करते रहे वो बदजुबानी शोरगुल का जोर था
फिर भी फ़तह हर जंग को खामोशियाँ करती रहीं
कमजोरियाँ बैठी सदा सरगोशियाँ करती रहीं
बातें हमेशा होश की बेहोशियाँ करती रहीं
करते रहे वो बदजुबानी शोरगुल का जोर था
फिर भी फ़तह हर जंग को खामोशियाँ करती रहीं